स्वर्ग की एक झलक,
जहां हर कोने में रोमांच की झलक,
और बेफिक्र दिन दिन का वादा छिपा हैं।
वो जगह सिर्फ गांव ही हो सकता है।
यहां सुबह की शुरुआत पक्षियों के गीत से होती है।
दोपहरें सुनहरी धूप में नहाती हैं।
और शामें सितारों से भरा आसमान लेकर आती हैं।
एक ऐसी जगह जहां सादगी ही विलासता हैं।
गांव की ये वो चाय की दुकान हैं जहां,
बसंत और गर्मियों में और हल्की ठंड,
और सर्दियों में चाय के साथ,
हम अपना समय आनंद से गुजारते थे।
हर गांव में कुछ ऐसा नजारा होता हैं।
जिसे देखकर अपने गांव की याद आती हैं।
चलो चलकर एक शांत से,
गांव के आकर्षण में खो जाए।
जहां प्रकृति का खूबसूरत नजारा,
और घर का मेल पूरी तरह से हैं।
गांव में खुली जगह से मन को,
सुकून को और शांति मिलता हैं।
कुछ बात हैं गांव की इन तस्वीरों में जो
हमें पुरानी यादों में ले जाती हैं फिर से,
हमें उस जिंदगी को जीने की चाह जगा देती हैं।
शरीर से हम भले ही शहर में आ जाए।
लेकिन आत्मा तो हमारी गांव में ही होती है।
दिल में हमारे गांव की गालियां और घर ही बस्ते है।