कुछ अधूरी सी हैं!
हम दोनो की जिन्दगी!
तुम्हें सुकून की तलाश हैं!
और मुझे तुम्हारी!
हम दोनो की जिन्दगी!
तुम्हें सुकून की तलाश हैं!
और मुझे तुम्हारी!
दर्द की चाहत,,
किसे होती हैं मेरे यारों!
ये तो मोहब्बत के साथ,,
मुफ्त में मिलता हैं!
किसे होती हैं मेरे यारों!
ये तो मोहब्बत के साथ,,
मुफ्त में मिलता हैं!
अकेले वारिस हो तुम!
मेरी बेसुमार चाहतों का,,
मेरी बेसुमार चाहतों का,,
चाहतों का सफर जब खत्म होता हैं!
हकीकत में जिन्दगी तभी शुरू होती हैं!
हकीकत में जिन्दगी तभी शुरू होती हैं!
सिलसिला ये चाहत का,,
दोनों तरफ से था!
वो मेरी जान चाहती थी!
और मैं जान से ज्यादा उसे चाहता था!
दोनों तरफ से था!
वो मेरी जान चाहती थी!
और मैं जान से ज्यादा उसे चाहता था!
मेरा वजूद मीट रहा है!
इशक में तेरे,,
अब ये ना कहना कि,,
जिस्म की चाहत है मुझे!
इशक में तेरे,,
अब ये ना कहना कि,,
जिस्म की चाहत है मुझे!
सुकून से इसलिए भी हूँ!
धोखा खाया हैं,दिया नहीं हैं!
धोखा खाया हैं,दिया नहीं हैं!
किस आँख में लगाऊ सूरमा!
दोनों आँखों में तुम ही बसते हो!
दोनों आँखों में तुम ही बसते हो!
मुकम्मल कैसे जिन्दगी करू!
मैं तेरे बिना!
यहाँ तो एक रात भी कटती नहीं!
तेरे सपने के बिना!
मैं तेरे बिना!
यहाँ तो एक रात भी कटती नहीं!
तेरे सपने के बिना!
बदलते ही गए रवैया उसके,,
ना जाने लोग उसे क्या,,
कहते थे मेरे बारे में,
ना जाने लोग उसे क्या,,
कहते थे मेरे बारे में,